June 1st Rule Changes – हर महीने की पहली तारीख को कुछ न कुछ नियम बदलते हैं, लेकिन 1 जून 2025 से जो बदलाव होने वाले हैं, वो सीधे आपकी जेब और रसोई से जुड़े हैं। खासकर अगर आप LPG सिलेंडर इस्तेमाल करते हैं या राशन कार्डधारक हैं, तो ये जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि कौन से 4 बड़े बदलाव हो रहे हैं और आपको क्या करना चाहिए।
गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव
1 जून से LPG सिलेंडर की कीमतों में बदलाव तय है। हर महीने की तरह इस बार भी ऑइल कंपनियां रेट्स में बदलाव कर सकती हैं।
घरेलू सिलेंडर (14.2 किलो) की कीमत में करीब ₹20 तक बढ़ोतरी हो सकती है, जबकि कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में ₹40-₹50 की राहत संभव है।
इसका असर सीधा आपकी रसोई के बजट पर पड़ेगा। खासतौर पर मध्यम और निम्न वर्गीय परिवारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
उदाहरण:
दिल्ली की सीमा शर्मा, जो एक स्कूल टीचर हैं, बताती हैं कि हर महीने गैस के दाम में होने वाला बदलाव उनका बजट बिगाड़ देता है।
राशन कार्ड और आधार लिंकिंग का नया नियम
1 जून से सरकार ने राशन कार्ड और आधार को लिंक करना अनिवार्य कर दिया है। अगर आपने अभी तक लिंकिंग नहीं करवाई है, तो 1 जून से आपको राशन मिलना बंद हो सकता है।
जरूरी बातें:
- अंतिम तारीख थी 31 मई 2025
- अब राशन तभी मिलेगा जब राशन कार्ड आधार से लिंक होगा
- आप पास के CSC सेंटर या अपने राशन डीलर से ये काम फ्री में करवा सकते हैं
उदाहरण:
सुरेश यादव, बाराबंकी (UP) से, जून में जब राशन लेने पहुंचे तो पता चला आधार लिंक नहीं है – नतीजा, खाली हाथ लौटना पड़ा।
उज्ज्वला योजना की सब्सिडी सिस्टम में बदलाव
अगर आप उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस की सब्सिडी पाते हैं, तो अब यह DBT (Direct Benefit Transfer) के ज़रिए सीधे आपके बैंक खाते में आएगी – लेकिन कुछ शर्तों के साथ।
ध्यान रखें:
- बैंक खाता सक्रिय और आधार से लिंक होना जरूरी है
- खाता और मोबाइल नंबर अपडेट होने चाहिए
- अगर सब्सिडी नहीं आ रही तो गैस एजेंसी से तुरंत संपर्क करें
महत्वपूर्ण टिप:
गैस सब्सिडी स्टेटस आप अपने फोन पर ही गैस कंपनी की वेबसाइट से चेक कर सकते हैं।
राशन वितरण का डिजिटल सिस्टम
अब राशन लेने के लिए सिर्फ राशन कार्ड नहीं, बल्कि अंगूठा लगाना भी जरूरी होगा। सरकार 1 जून से पूरे देश में ई-POS मशीन के ज़रिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य कर रही है।
क्यों जरूरी है ये सिस्टम?
- फर्जीवाड़ा रोकने के लिए
- हर परिवार को उनका हक दिलाने के लिए
- सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए
क्या करें अगर अंगूठा स्कैन न हो?
आप अपने बेटे, बेटी, बहू या किसी भरोसेमंद व्यक्ति को प्रतिनिधि बना सकते हैं। बस राशन डीलर को नाम और ID देना होगा।
उदाहरण:
बिहार की 65 वर्षीय सावित्री देवी कई बार अंगूठा न लगने से परेशान रहीं, लेकिन जब बेटे को प्रतिनिधि बनाया गया, तब जाकर समाधान मिला।
इन बदलावों का आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा?
इन चारों नियमों का सीधा असर आम आदमी की ज़िंदगी पर पड़ेगा।
- गैस की कीमतें बढ़ने से खर्च बढ़ेगा
- आधार लिंकिंग न होने से राशन बंद हो सकता है
- सब्सिडी ना मिलने से बजट गड़बड़ा सकता है
- डिजिटल वेरिफिकेशन से टेक्नोलॉजी की आदत तो लगेगी, लेकिन दिक्कतें भी आ सकती हैं
क्या करें अब?
- अपने राशन कार्ड और आधार की लिंकिंग तुरंत चेक करें
- बैंक खाता और मोबाइल नंबर अपडेट रखें
- गैस सब्सिडी स्टेटस ऑनलाइन जांचते रहें
- समय रहते CSC सेंटर से मदद लें
- बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन में दिक्कत है तो प्रतिनिधि की व्यवस्था करा लें
मेरे खुद के पड़ोसी ने आधार लिंकिंग टाइम पर नहीं कराई, तो उन्हें दो महीने तक राशन नहीं मिला। लेकिन जब CSC सेंटर जाकर 5 मिनट में लिंकिंग करवाई – अगले ही दिन राशन मिल गया।
Disclaimer
यह लेख आम जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। योजनाओं और नियमों में समय-समय पर बदलाव हो सकते हैं। किसी भी सरकारी सुविधा का लाभ उठाने से पहले संबंधित आधिकारिक पोर्टल या स्थानीय कार्यालय से पुष्टि जरूर करें।